डॉ. भीमराव अंबेडकर को भारतीय संविधान के जनक के रूप में जाना जाता है, जिन्होंने अस्पृश्यता को समाप्त करने और समानता को बढ़ावा देने के लिए अपना जीवन समर्पित किया। उन्होंने संविधान सभा में मसौदा समिति के अध्यक्ष के रूप में कार्य किया और भारत को एक सार्वभौम, समाजवादी, धर्मनिरपेक्ष और लोकतांत्रिक गणराज्य के रूप में स्थापित करने वाले एक ऐसे दस्तावेज का निर्माण किया। उनके योगदान ने लाखों भारतीयों को स्वतंत्रता, न्याय और गरिमा के साथ जीने का अधिकार दिया, और वे आज भी सामाजिक न्याय के प्रतीक के रूप में सम्मानित हैं।