सम्राट अशोक के 13वें शिलालेख में कलिंग युद्ध का विस्तृत वर्णन है, जिसमें युद्ध की भयावहता और सम्राट के पश्चाताप का उल्लेख है। इस युद्ध के परिणामस्वरूप अशोक ने बौद्ध धर्म अपनाया और अहिंसा, करुणा व सहिष्णुता के सिद्धांतों पर आधारित धम्म का प्रचार किया। अशोक के शिलालेख प्राचीन भारत के इतिहास, समाज और नीतियों को समझने के लिए महत्वपूर्ण स्रोत हैं, जो उनके दूरदर्शी शासन की झलक देते हैं।