सम्राट अशोक के 13वें शिलालेख में कलिंग युद्ध का विस्तृत वर्णन है, जिसमें युद्ध की भयावहता और सम्राट के पश्चाताप का उल्लेख है। इस युद्ध के परिणामस्वरूप अशोक ने बौद्ध धर्म अपनाया और अहिंसा, करुणा व सहिष्णुता के सिद्धांतों पर आधारित धम्म का प्रचार किया। अशोक के शिलालेख प्राचीन भारत के इतिहास, समाज और नीतियों को समझने के लिए महत्वपूर्ण स्रोत हैं, जो उनके दूरदर्शी शासन की झलक देते हैं।
मौर्य साम्राज्य, चंद्रगुप्त मौर्य द्वारा 322 ईसा पूर्व में स्थापित, प्राचीन भारत का एक विशाल और एकीकृत साम्राज्य था। अशोक महान के शासनकाल में यह अपने चरम पर पहुँचा, जिसने कलिंग युद्ध के बाद बौद्ध धर्म अपनाया और शांति का प्रचार किया। यह साम्राज्य अपनी सुदृढ़ प्रशासनिक व्यवस्था, कला, वास्तुकला और सांस्कृतिक योगदान के लिए जाना जाता है, जिसने भारतीय इतिहास पर एक अमिट छाप छोड़ी।