भारत पवन ऊर्जा का एक प्रमुख उत्पादक है, जिसका नेतृत्व तमिलनाडु राज्य करता है। तमिलनाडु अपनी लंबी तटरेखा और अनुकूल हवाओं के कारण पवन ऊर्जा के विकास में अग्रणी है। पवन ऊर्जा स्वच्छ, नवीकरणीय ऊर्जा का एक महत्वपूर्ण स्रोत है, जो भारत की ऊर्जा सुरक्षा और सतत विकास में योगदान करती है।
भारत की बढ़ती ऊर्जा मांग और पर्यावरणीय चिंताओं के कारण नवीकरणीय ऊर्जा स्रोतों पर ध्यान केंद्रित किया जा रहा है। सौर, पवन, जल विद्युत, बायोमास और भूतापीय ऊर्जा विभिन्न क्षमताओं और सीमाओं के साथ उपलब्ध हैं। ऊर्जा भंडारण, उच्च प्रारंभिक लागत और ग्रिड एकीकरण जैसी चुनौतियों के बावजूद, भारत नवीकरणीय ऊर्जा लक्ष्यों को प्राप्त करने के लिए प्रयास कर रहा है।
पवन ऊर्जा एक नवीकरणीय ऊर्जा स्रोत है जो हवा की गतिज ऊर्जा को विद्युत ऊर्जा में परिवर्तित करती है। पवन ऊर्जा उत्पादन कई कारकों पर निर्भर करता है, जिसमें हवा की गति, दिशा, और स्थिरता शामिल हैं। पवन ऊर्जा का उपयोग बढ़ रहा है, लेकिन इसके साथ ही कुछ चुनौतियाँ भी हैं जिनका समाधान आवश्यक है।