बृहस्पति सौरमंडल का सबसे बड़ा ग्रह है, जिसका मुख्य घटक हाइड्रोजन है। यह एक गैसीय ग्रह है जिसका कोई ठोस सतह नहीं है और इसका विशाल गुरुत्वाकर्षण सौरमंडल की संरचना को प्रभावित करता है। बृहस्पति का अध्ययन हमें सौरमंडल के निर्माण और विकास को समझने में महत्वपूर्ण अंतर्दृष्टि प्रदान करता है।
न ् य ू ट न क ा स ा र ् व भ ौ म ि क ग ु र ु त ् व ा क र ् ष ण क ा न ि य म द ो प ि ं ड ो ं क े ब ी च ग ु र ु त ् व ा क र ् ष ण ब ल क ा व र ् ण न क र त ा ह ै । य ह ब ल उ न क े द ् र व ् य म ा न क े ग ु ण न फ ल क े स ी ध े स म ा न ु प ा त ी औ र उ न क े ब ी च क ी द ू र ी क े व र ् ग क े व ् य ु त ् क ् र म ा न ु प ा त ी ह ो त ा ह ै । इ स न ि य म क ा ग ण ि त ी य र ू प F = G * ( m 1 * m 2 ) / r ^ 2 ह ै , ज ो ख ग ो ल ी य प ि ं ड ो ं क ी ग त ि क ो स म झ न े म े ं म ह त ् व प ू र ् ण ह ै ।
जेम्स वेब स्पेस टेलीस्कोप (JWST) नासा का एक महत्वाकांक्षी मिशन है जो मुख्य रूप से अवरक्त प्रकाश का अवलोकन करता है। यह हबल से अलग है क्योंकि यह ब्रह्मांड के शुरुआती क्षणों, धूल भरे बादलों के माध्यम से देखने और एक्सोप्लैनेट के वायुमंडल का विश्लेषण करने में सक्षम है। JWST की नई खोजें ब्रह्मांड के उद्भव, विकास और जीवन की संभावनाओं के बारे में हमारी समझ को गहरा कर रही हैं।
सर आइजैक न्यूटन ने गुरुत्वाकर्षण का सार्वत्रिक नियम प्रतिपादित किया, जो बताता है कि ब्रह्मांड में प्रत्येक कण अन्य कणों को एक बल से आकर्षित करता है। यह नियम ब्रह्मांड की गति को समझाने में मौलिक था और 'प्रिंसिपिया' नामक पुस्तक में प्रकाशित हुआ। हालांकि आइंस्टीन के सापेक्षता के सिद्धांत ने इसे परिष्कृत किया, न्यूटन का नियम आज भी कई अनुप्रयोगों के लिए महत्वपूर्ण है।