AI और ML स्वास्थ्य सेवा, शिक्षा, कार्यबल, पर्यावरण और शासन में क्रांति ला सकते हैं, जिससे दक्षता, वैयक्तिकरण और पहुंच में वृद्धि होगी। ये प्रौद्योगिकियाँ रोगों के शीघ्र निदान, व्यक्तिगत उपचार, शिक्षा के लोकतंत्रीकरण, रचनात्मक रोजगार सृजन, संसाधन प्रबंधन और बेहतर सार्वजनिक सेवाओं को सक्षम करेंगी। सकारात्मक बदलावों को सुनिश्चित करने के लिए नैतिक विकास, निष्पक्षता, पारदर्शिता और डेटा की जिम्मेदारी से सुरक्षा महत्वपूर्ण है।
भारत में राष्ट्रीय साक्षरता मिशन (NLM) 1988 में कार्यात्मक साक्षरता के प्रसार के लिए शुरू किया गया था। इसका उद्देश्य 15-35 आयु वर्ग के लोगों को पढ़ना-लिखना सिखाना और जीवनोपयोगी कौशल प्रदान करना था, जिसमें महिलाओं की साक्षरता पर विशेष ध्यान दिया गया। NLM ने सहभागी दृष्टिकोण, सामुदायिक भागीदारी और सांस्कृतिक माध्यमों का उपयोग किया, और बाद में इसे अन्य योजनाओं में एकीकृत किया गया, लेकिन इसका प्रभाव आज भी बना हुआ है।