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प्लाज्मा, पदार्थ की चौथी अवस्था, आयनों और इलेक्ट्रॉनों से बनी आयनित गैस है। यह अत्यधिक ऊर्जावान अवस्था ब्रह्मांड में सबसे आम है और विद्युत तथा चुंबकीय गुणों के कारण इसका व्यापक अनुप्रयोग है। सूर्य, तारों, बिजली कड़कने, ट्यूबलाइट और संलयन ऊर्जा जैसे क्षेत्रों में प्लाज्मा महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है।
भारत में इलेक्ट्रिक वाहनों की बढ़ती लोकप्रियता पेट्रोल-डीज़ल की बढ़ती कीमतों, पर्यावरणीय चिंताओं और सरकारी प्रोत्साहनों से प्रभावित है। बेहतर बैटरी तकनीक और चार्जिंग इन्फ्रास्ट्रक्चर के विकास ने भी इलेक्ट्रिक वाहनों को और अधिक आकर्षक बनाया है। हालांकि, उच्च लागत, चार्जिंग इन्फ्रास्ट्रक्चर की कमी जैसी चुनौतियाँ अभी भी मौजूद हैं, जिनका समाधान करना आवश्यक है।
भारत की बढ़ती ऊर्जा मांग और पर्यावरणीय चिंताओं के कारण नवीकरणीय ऊर्जा स्रोतों पर ध्यान केंद्रित किया जा रहा है। सौर, पवन, जल विद्युत, बायोमास और भूतापीय ऊर्जा विभिन्न क्षमताओं और सीमाओं के साथ उपलब्ध हैं। ऊर्जा भंडारण, उच्च प्रारंभिक लागत और ग्रिड एकीकरण जैसी चुनौतियों के बावजूद, भारत नवीकरणीय ऊर्जा लक्ष्यों को प्राप्त करने के लिए प्रयास कर रहा है।
भारत ने परमाणु ऊर्जा के क्षेत्र में महत्वपूर्ण प्रगति की है, जिसमें स्वदेशी तकनीक का विकास और कई परमाणु बिजली घरों का संचालन शामिल है। हालांकि, परमाणु अपशिष्ट प्रबंधन और सुरक्षा जैसी चुनौतियाँ बनी हुई हैं, लेकिन भविष्य में नवीकरणीय ऊर्जा के साथ परमाणु ऊर्जा का समन्वय ऊर्जा सुरक्षा के लिए महत्वपूर्ण होगा।