मोहनजोदड़ो, सिंधु घाटी सभ्यता का एक प्रमुख शहर, जिसका अर्थ 'मृतकों का टीला' है, अपनी उन्नत नगरीय योजना, जल निकासी व्यवस्था और महास्नानघर जैसी संरचनाओं के लिए जाना जाता है। यहाँ प्राप्त कलाकृतियाँ, जैसे 'नर्तकी' की कांस्य प्रतिमा और मुहरें, सिंधु समाज की कलात्मक और सांस्कृतिक समृद्धि को दर्शाती हैं, यद्यपि सिंधु लिपि अभी भी अनसुलझी है। इस महान सभ्यता के पतन के कारणों पर विभिन्न सिद्धांत मौजूद हैं, और इसकी विरासत आज भी मानव इतिहास के अध्ययन के लिए महत्वपूर्ण है।