सिंधु घाटी सभ्यता के किस स्थल को 'मोहनजोदड़ो' कहा जाता था, और इसका क्या अर्थ है?

सिंधु घाटी सभ्यता के किस स्थल को 'मोहनजोदड़ो' कहा जाता था, और इसका क्या अर्थ है?

Answer: मोहनजोदड़ो को 'मृतकों का टीला' कहा जाता था।

सिंधु घाटी सभ्यता, जिसे हड़प्पा सभ्यता के नाम से भी जाना जाता है, विश्व की सबसे प्राचीन नगरीय सभ्यताओं में से एक है। यह सभ्यता लगभग 2500 ईसा पूर्व से 1750 ईसा पूर्व तक फली-फूली और इसका विस्तार वर्तमान भारत और पाकिस्तान के बड़े भूभाग में था। इस सभ्यता की खोज 20वीं सदी की शुरुआत में हुई थी और इसने भारतीय इतिहास की समझ में क्रांति ला दी। पुरातात्विक उत्खननों से प्राप्त साक्ष्यों ने एक अत्यंत विकसित और सुसंगठित समाज की तस्वीर प्रस्तुत की, जिसने मानव इतिहास में महत्वपूर्ण स्थान अर्जित किया है।

मोहनजोदड़ो, जो वर्तमान पाकिस्तान के सिंध प्रांत में स्थित है, सिंधु घाटी सभ्यता के सबसे बड़े और महत्वपूर्ण शहरों में से एक था। इस शहर का नाम 'मोहनजोदड़ो' स्थानीय सिंधी भाषा से लिया गया है, जिसका शाब्दिक अर्थ 'मृतकों का टीला' (Mound of the Dead) है। यह नाम संभवतः इसलिए पड़ा क्योंकि जब इस स्थल की खोज हुई, तो यह एक विशाल टीले के रूप में दिखाई दे रहा था, जिसके नीचे प्राचीन शहर के अवशेष दबे हुए थे। यह नाम एक रहस्यमय और ऐतिहासिक महत्व को दर्शाता है, जो इस प्राचीन नगरीय केंद्र के दफन रहस्यों की ओर इशारा करता है।

मोहनजोदड़ो की नगरीय योजना अत्यंत प्रभावशाली थी। शहर को सुनियोजित ग्रिड पैटर्न पर बनाया गया था, जिसमें सड़कें एक-दूसरे को समकोण पर काटती थीं। यहाँ की इमारतें पकी हुई ईंटों से बनी थीं, जो उस समय की एक महत्वपूर्ण तकनीकी उपलब्धि थी। यहाँ जल निकासी व्यवस्था भी अत्यंत उन्नत थी, जिसमें सड़कों के नीचे नालियों का जाल बिछा हुआ था और प्रत्येक घर में शौचालय और स्नानघर की सुविधा उपलब्ध थी। यह स्वच्छता और सार्वजनिक स्वास्थ्य के प्रति उस काल के लोगों की जागरूकता को दर्शाता है।

मोहनजोदड़ो के सबसे महत्वपूर्ण संरचनाओं में से एक 'महास्नानघर' (Great Bath) है। यह एक विशाल, आयताकार जलकुंड है, जो ईंटों से निर्मित है और इसके चारों ओर सीढ़ियाँ बनी हुई हैं। माना जाता है कि इसका उपयोग धार्मिक अनुष्ठानों या सार्वजनिक स्नान के लिए किया जाता था। इसकी जलरोधी बनाने की तकनीक उस समय के लिए असाधारण थी। महास्नानघर के आसपास के कक्षों का उपयोग संभवतः अनुष्ठानों की तैयारी या प्रतिभागियों के लिए किया जाता था।

मोहनजोदड़ो में एक विशाल 'अन्न भंडार' (Granary) भी मिला है, जो संभवतः शहर के लिए अनाज के भंडारण का कार्य करता था। यह इमारत भी काफी बड़ी थी और इसकी संरचना से यह अनुमान लगाया जाता है कि यह शहर के आर्थिक और खाद्य सुरक्षा के लिए महत्वपूर्ण थी। इसके अलावा, विभिन्न आवासीय भवनों, सार्वजनिक भवनों और कार्यशालाओं के अवशेष भी मिले हैं, जो शहर के सामाजिक और आर्थिक जीवन की विविधता को दर्शाते हैं।

यहाँ की मूर्तिकला और कलाकृतियाँ भी उल्लेखनीय हैं। 'नर्तकी' की कांस्य प्रतिमा, जो मोहनजोदड़ो से मिली है, अपनी सजीवता और कलात्मक उत्कृष्टता के लिए प्रसिद्ध है। यह प्रतिमा प्राचीन भारतीय मूर्तिकला के बेहतरीन उदाहरणों में से एक मानी जाती है। इसके अलावा, मुहरें (seals) भी बड़ी संख्या में मिली हैं, जिन पर विभिन्न जानवरों, पौराणिक आकृतियों और सिंधु लिपि में लेखन खुदा हुआ है। ये मुहरें व्यापार, प्रशासन और धार्मिक प्रथाओं के बारे में महत्वपूर्ण जानकारी प्रदान करती हैं।

सिंधु लिपि, जो इन मुहरों पर पाई जाती है, अभी तक पूरी तरह से पढ़ी नहीं जा सकी है। यह लिपि चित्रलिपि (pictographic) या वर्णमाला-आधारित (alphabetic) हो सकती है, और इसके अध्ययन से सिंधु सभ्यता के भाषा, साहित्य और धार्मिक विश्वासों के बारे में और अधिक जानकारी मिलने की उम्मीद है। लिपि को दाएँ से बाएँ या बाएँ से दाएँ लिखा जा सकता था, जो इसे और भी रहस्यमय बनाता है।

मोहनजोदड़ो का पतन कब और क्यों हुआ, यह अभी भी एक रहस्य बना हुआ है। विभिन्न सिद्धांत प्रस्तुत किए गए हैं, जिनमें जलवायु परिवर्तन, नदियों के मार्ग में परिवर्तन, बाढ़, भूकंप, या बाहरी आक्रमण शामिल हैं। कुछ विद्वानों का मानना ​​है कि यह सभ्यता धीरे-धीरे क्षीण हुई, जबकि अन्य मानते हैं कि इसका अंत अचानक हुआ। इस पतन के कारणों की खोज आज भी जारी है और यह विद्वानों के बीच चर्चा का एक प्रमुख विषय है।

मोहनजोदड़ो, 'मृतकों का टीला' होने के बावजूद, जीवन और सभ्यता के एक समृद्ध इतिहास का प्रतीक है। इसने यह सिद्ध किया कि प्राचीन भारत में भी एक अत्यंत उन्नत नगरीय संस्कृति मौजूद थी, जिसने वास्तुकला, जल प्रबंधन, स्वच्छता, कला और सामाजिक संगठन के क्षेत्र में महत्वपूर्ण उपलब्धियाँ हासिल कीं। इस सभ्यता की प्रासंगिकता आज भी बनी हुई है, जो हमें हमारे गौरवशाली अतीत की याद दिलाती है।

मोहनजोदड़ो के खुदाई से प्राप्त कलाकृतियाँ और संरचनाएं हमें उस समय के लोगों के जीवन, उनकी मान्यताओं और उनकी तकनीकी क्षमताओं की एक झलक दिखाती हैं। यह शहर न केवल एक ऐतिहासिक स्थल है, बल्कि मानव सभ्यता के विकास के अध्ययन के लिए एक महत्वपूर्ण स्रोत भी है। इस सभ्यता के बारे में अधिक जानने के लिए, इसके अन्य प्रमुख स्थलों, जैसे हड़प्पा, लोथल, कालीबंगा और धोलावीरा का अध्ययन करना भी आवश्यक है। प्रत्येक स्थल अपनी अनूठी विशेषताओं के साथ सिंधु घाटी सभ्यता के विशाल ताने-बाने को समझने में मदद करता है।

मोहनजोदड़ो में मिली 'पुजारी-राजा' की छोटी पत्थर की मूर्ति, हालांकि इसके वास्तविक महत्व पर बहस है, लेकिन यह उस समय के सामाजिक पदानुक्रम और शासन प्रणाली के बारे में अनुमान लगाने में मदद करती है। इसकी शांत मुद्रा और विस्तृत दाढ़ी उस समय की कलात्मक शैली का एक उत्कृष्ट उदाहरण है। साथ ही, टेराकोटा (मिट्टी के बर्तन) से बनी विभिन्न आकृतियाँ, खिलौने और पशुओं के मॉडल बच्चों के जीवन और मनोरंजन के साधनों पर प्रकाश डालते हैं।

सिंधु घाटी सभ्यता की अर्थव्यवस्था कृषि पर आधारित थी, और मोहनजोदड़ो जैसे शहर व्यापार के महत्वपूर्ण केंद्र थे। यहाँ से प्राप्त औजार, बर्तन और अन्य सामग्री इंगित करती है कि वे विभिन्न प्रकार की शिल्पकलाओं में निपुण थे। तांबे, कांसे और सोने जैसी धातुओं का उपयोग गहने, हथियार और औजार बनाने में किया जाता था। वस्त्र निर्माण भी एक महत्वपूर्ण उद्योग रहा होगा, जैसा कि टेराकोटा की मूर्तियों पर कपड़ों के चित्रण से अनुमान लगाया जा सकता है।

मोहनजोदड़ो का शहरी नियोजन, विशेष रूप से सड़कों का जाल और जल निकासी प्रणाली, उस समय की इंजीनियरिंग और सार्वजनिक स्वास्थ्य के प्रति प्रतिबद्धता का एक ज्वलंत प्रमाण है। चौड़ी सड़कें, समकोण पर चौराहे और प्रत्येक घर से जुड़ी हुई नालियाँ यह दर्शाती हैं कि उन्होंने शहरी जीवन की गुणवत्ता को कितना महत्व दिया। यह आधुनिक शहरों के लिए भी एक मिसाल है।

सिंधु घाटी सभ्यता का अंत एक जटिल और बहुआयामी विषय है। यह संभावना है कि कई कारक एक साथ मिलकर इस महान सभ्यता के पतन का कारण बने। जलवायु परिवर्तन, जिसने कृषि को प्रभावित किया होगा, या नदियों के जल स्तर में बदलाव, जो जीवन रेखाएँ थीं, प्रमुख कारण हो सकते हैं। इन सब के बावजूद, सिंधु घाटी सभ्यता की विरासत आज भी जीवित है, जो हमें हमारे पूर्वजों की उपलब्धियों पर गर्व करने का अवसर देती है। क्या सिंधु सभ्यता के पतन से मिले सबक आज की सभ्यताओं के लिए प्रासंगिक हैं?


Tags: सिंधु घाटी सभ्यता मोहनजोदड़ो हड़प्पा सभ्यता पुरातत्व प्राचीन भारत नगरीय योजना महास्नानघर सिंधु लिपि

Related Questions

Tags

भारत की नदियाँ जल संसाधन नदी महत्व भारतीय भूगोल नदी तंत्र प्लासी का युद्ध रॉबर्ट क्लाइव सिराजुद्दौला मीर जाफ़र ईस्ट इंडिया कंपनी भारतीय इतिहास 1757 राष्ट्रपति अनुच्छेद 72 क्षमादान भारतीय संविधान राजव्यवस्था उपभोक्ता अधिकार विश्व उपभोक्ता अधिकार दिवस जागरूकता उपभोक्ता संरक्षण जॉन एफ. कैनेडी संयुक्त राष्ट्र भारत टिकाऊ खपत भारतीय रिज़र्व बैंक बैंक दर मौद्रिक नीति बैंकिंग प्रणाली ब्याज दर भारतीय अर्थव्यवस्था सिंधु घाटी सभ्यता मोहनजोदड़ो विशाल स्नानागार प्राचीन भारत हड़प्पा सभ्यता पुरातत्व फ्रांसीसी क्रांति क्रांति स्वतंत्रता समानता बंधुत्व लुई सोलहवें आतंक का राज नेपोलियन बोनापार्ट मानवाधिकार भारतीय सेना सियाचिन ग्लेशियर ऑपरेशन मेघदूत सैन्य इतिहास रक्षा सचिन तेंदुलकर टेस्ट क्रिकेट क्रिकेट भारतीय खिलाड़ी रिकॉर्ड अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस योग स्वास्थ्य 21 जून आसन प्राणायाम प्राचीन यूनान ओलंपिया के खेल ज़्यूस हेलेनिक सभ्यता प्राचीन खेल धर्म रेगिस्तान सहारा अफ्रीका भूगोल जलवायु वनस्पति जीव-जंतु इतिहास डॉ. भीमराव अंबेडकर संविधान सभा मसौदा समिति सामाजिक न्याय गुप्त साम्राज्य चंद्रगुप्त प्रथम महाराजाधिराज सम्राट अशोक मौर्य राजवंश कलिंग युद्ध शिलालेख बौद्ध धर्म धम्म ला टोमाटिना स्पेन त्योहार उत्सव होली टमाटर सांस्कृतिक मुख्य चुनाव आयुक्त चुनाव आयोग भारत के राष्ट्रपति संवैधानिक निकाय लोकतंत्र नियुक्ति प्रक्रिया चुनाव मावसिनराम मेघालय वर्षा विश्व रिकॉर्ड मानसून नैनो प्रौद्योगिकी सूक्ष्म विज्ञान नैनो-सामग्री सामग्री विज्ञान विज्ञान और प्रौद्योगिकी बाल अधिकार NCPCR बाल अधिकार संरक्षण अधिनियम 2005 किशोर न्याय अधिनियम शिक्षा का अधिकार बाल श्रम बाल विवाह वैदिक काल गोत्र आर्य ऋग्वेद उत्तरवैदिक काल भारतीय संस्कृति सामाजिक संरचना पवन ऊर्जा नवीकरणीय ऊर्जा तमिलनाडु ऊर्जा उत्पादन पर्यावरण CRISPR-Cas9 जीन संपादन जैविक प्रौद्योगिकी नैतिकता मानव भ्रूण जर्मलाइन संपादन वैज्ञानिक अनुसंधान नृत्यरत स्त्री कांस्य प्रतिमा सतत विकास पृथ्वी शिखर सम्मेलन जोहान्सबर्ग अंतर्राष्ट्रीय सम्मेलन विकास बृहस्पति सौरमंडल ग्रह हाइड्रोजन गैसीय ग्रह खगोल विज्ञान अंतरिक्ष पियानो वाद्ययंत्र संगीतकार शास्त्रीय संगीत रचना संगीत सिद्धांत द्वितीय विश्व युद्ध परमाणु बम हिरोशिमा नागासाकी जापान संयुक्त राज्य अमेरिका युद्ध का अंत ऐतिहासिक घटनाएँ विद्युत चुम्बकीय प्रेरण फैराडे का नियम चुम्बकीय फ्लक्स विद्युत वाहक बल जनरेटर ट्रांसफार्मर प्रेरकत्व मंगल लाल ग्रह आयरन ऑक्साइड धन विधेयक अनुच्छेद 110 लोकसभा राज्यसभा संसद वित्तीय विधेयक पंडित रविशंकर सितार भारतीय शास्त्रीय संगीत विश्व संगीत संगीत जल विद्युत भाखड़ा-नांगल नदी ऊर्जा सिंचाई परियोजना नाटो उत्तरी अटलांटिक संधि संगठन सामूहिक रक्षा शीत युद्ध सैन्य गठबंधन अंतर्राष्ट्रीय सुरक्षा बिग डेटा हाडूप डेटा विश्लेषण ओपन-सोर्स वितरित कंप्यूटिंग HDFS MapReduce भरतनाट्यम हस्तमुद्रा भारतीय शास्त्रीय नृत्य नृत्य मुद्राएँ कला संस्कृति अभिनय वैश्विक परिवार दिवस परिवार अंतर्राष्ट्रीय दिवस शांति सद्भाव नव वर्ष कार्बन रसायन विज्ञान जीवन का तत्व कार्बनिक रसायन कार्बन चक्र आवर्त सारणी अंतर्राष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन ISS अंतरिक्ष अन्वेषण NASA Roscosmos JAXA CSA ESA अंतरिक्ष सहयोग अंतरिक्ष विज्ञान यूनानी सभ्यता प्राचीन साहित्य महाकाव्य होमर इलियड ओडिसी ग्रीक साहित्य कृत्रिम बुद्धिमत्ता मशीन लर्निंग भविष्य प्रौद्योगिकी समाज स्वास्थ्य सेवा शिक्षा कार्यबल शासन ऊष्मागतिकी ऊर्जा संरक्षण विलगित निकाय आंतरिक ऊर्जा भौतिकी नियम संयुक्त राष्ट्र संघ सुरक्षा परिषद स्थायी सदस्य वीटो शक्ति अंतर्राष्ट्रीय शांति मुख्य न्यायाधीश CJI सर्वोच्च न्यायालय न्यायपालिका संविधान कॉलेजियम प्रणाली गुरुत्वाकर्षण न्यूटन सार्वभौमिक गुरुत्वाकर्षण का नियम भौतिकी बल मानवयुक्त मिशन यूरी गगारिन सोवियत संघ अंतरिक्ष दौड़ ऐतिहासिक घटना जीनोम डीएनए आनुवंशिकी बायोटेक्नोलॉजी चिकित्सा जलप्रपात एंजल फॉल्स वेनेज़ुएला प्राकृतिक अजूबे पर्यटन विश्व के सबसे ऊँचे जलप्रपात मौलिक अधिकार अनुच्छेद 24 शोषण के विरुद्ध अधिकार कानून बंदरगाह वैश्विक व्यापार माल ढुलाई शंघाई चीन लॉजिस्टिक्स अर्थव्यवस्था समानता का अधिकार भेदभाव का प्रतिषेध अनुच्छेद 15 भारतीय राजव्यवस्था मृगनयनी महल ग्वालियर मध्य प्रदेश ऐतिहासिक स्थल वास्तुकला रानी मृगनयनी नासा जेम्स वेब स्पेस टेलीस्कोप अवरक्त प्रकाश हबल स्पेस टेलीस्कोप ब्रह्मांड संप्रभु हरित बॉन्ड हरित वित्त जलवायु परिवर्तन टिकाऊ विकास भारत सरकार वित्तीय साधन सौर ऊर्जा फोटोवोल्टेइक अर्धचालक ऊर्जा रूपांतरण सकल घरेलू उत्पाद सांकेतिक जीडीपी वास्तविक जीडीपी मुद्रास्फीति आर्थिक संकेतक परिसीमन आयोग निर्वाचन क्षेत्र विधानसभा चुनाव आयुक्त पीयूष ग्रंथि अंतःस्रावी तंत्र हार्मोन मास्टर ग्रंथि हाइपोथैलेमस मानव शरीर ग्रंथियाँ विश्व स्वास्थ्य संगठन WHO विश्व स्वास्थ्य दिवस अंतर्राष्ट्रीय स्वास्थ्य सार्वजनिक स्वास्थ्य ग्लोबल वार्मिंग समुद्र तल में वृद्धि ग्लेशियर बर्फ की चादरें थर्मल विस्तार ग्रीनहाउस गैसें नगरीय योजना महास्नानघर सिंधु लिपि MSP न्यूनतम समर्थन मूल्य भारतीय कृषि किसान सरकारी नीति खाद्य सुरक्षा राष्ट्रीय साक्षरता मिशन NLM साक्षरता दर कार्य कार्यात्मक साक्षरता स्वयंसेवक गैर-सरकारी संगठन विश्व अर्थव्यवस्था GDP PPP अमेरिका आर्थिक विकास आरक्षित निधि वित्तीय नियोजन कंपनी अधिनियम वित्तीय स्थिरता निवेश ऋण प्रबंधन सरकार कंपनी मौर्य साम्राज्य चंद्रगुप्त मौर्य अशोक मगध चाणक्य अर्थशास्त्र परमाणु विखंडन नाभिकीय भौतिकी परमाणु ऊर्जा श्रृंखला अभिक्रिया यूरेनियम विज्ञान सार्वत्रिक नियम रवींद्रनाथ टैगोर नोबेल पुरस्कार प्रथम भारतीय गीतांजलि साहित्य विश्व-भारती आदिवासी शिक्षा आवासीय विद्यालय सशक्तिकरण जनजातीय कल्याण महासागर प्रशांत महासागर मारियाना ट्रेंच चैलेंजर डीप गहराई विश्व अन्वेषण सापेक्षता का सिद्धांत विशेष सापेक्षता सामान्य सापेक्षता अल्बर्ट आइंस्टीन प्रकाश की गति ब्रह्मांड विज्ञान E=mc² समय का फैलाव लंबाई संकुचन 5G 6G नेटवर्क टेलीकम्युनिकेशन तकनीक गति विलंबता AI प्रवर्तन निदेशालय ED मनी लॉन्ड्रिंग PMLA FEMA आर्थिक अपराध परमाणु नाभिक प्रोटॉन परमाणु क्रमांक तत्व सैन्य अभियान कालिदास अभिज्ञानशाकुंतलम् संस्कृत साहित्य नाट्यशास्त्र महाभारत दुष्यंत शकुंतला भारतीय क्लासिक्स रेलवे परिवहन लॉर्ड डलहौजी मुंबई ठाणे 1853 पुरस्कार अल्पसंख्यक सम्मान अंतर्राष्ट्रीय पुरस्कार प्रकाश संश्लेषण कार्बन डाइऑक्साइड ऑक्सीजन क्लोरोफिल जीव विज्ञान पादप पृथ्वी की संरचना भूपर्पटी मेंटल कोर भूविज्ञान पृथ्वी की परतें महाद्वीपीय भूपर्पटी महासागरीय भूपर्पटी संवैधानिक शक्ति सूचना प्रौद्योगिकी आईटी बंगलूरु सिलिकॉन वैली नवाचार उदारीकरण हिमालय वलित पर्वत टेक्टोनिक प्लेटें पर्वत श्रृंखलाएँ नदी उद्गम डीप लर्निंग आर्टिफिशियल न्यूरल नेटवर्क न्यूरल नेटवर्क तंत्रिका नेटवर्क आसियान दक्षिण पूर्व एशिया अंतर्राष्ट्रीय संगठन हरित बॉन्ड पर्यावरण वित्तपोषण रोमन साम्राज्य पैनथिऑन प्राचीन वास्तुकला रोम गुंबद हैड्रियन इंजीनियरिंग सोफिया रोबोटिक्स हैनसन रोबोटिक्स ह्यूमनॉइड रोबोट P5 अंतर्राष्ट्रीय कानून भू-राजनीति जनसंख्या प्रतिनिधित्व फिनलैंड झीलें नॉर्डिक देश राजधानियाँ प्रधानमंत्री जयपुर गुलाबी शहर राजस्थान विश्व धरोहर स्थल राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन NHM राष्ट्रीय शहरी स्वास्थ्य मिशन NUHM राष्ट्रीय ग्रामीण स्वास्थ्य मिशन NRHM स्वास्थ्य सेवाएँ जन स्वास्थ्य अटलांटिक की लड़ाई काफिला प्रणाली पनडुब्बी युद्ध मित्र राष्ट्र धुरी राष्ट्र नौसेना रणनीति आयरन लौह हीमोग्लोबिन रक्त शरीर विज्ञान खनिज पोषण विश्व के देश क्षेत्रफल वेटिकन सिटी रूस सबसे छोटा देश सबसे बड़ा देश ओपन ऑफर शेयर बाजार अधिग्रहण SEBI कॉर्पोरेट गवर्नेंस भोजन की बर्बादी खाद्य अपव्यय उपभोक्ता व्यवहार संसाधन प्रबंधन कृषि चोल राजवंश दक्षिण भारत राजेंद्र प्रथम राजराज प्रथम साम्राज्य वर्ल्ड वाइड वेब टिम बर्नर्स-ली CERN HTML HTTP URL इंटरनेट आविष्कार प्लाज्मा पदार्थ की अवस्थाएँ आयन इलेक्ट्रॉन सूर्य संलयन जैव विविधता पश्चिमी घाट हॉटस्पॉट पारिस्थितिकी तंत्र वन्यजीव संरक्षण बागवानी भारतीय परंपरा टिकाऊ खेती जैव-विविधता पंच-पल्लव प्राकृतिक संसाधन उपग्रह भूस्थैतिक कक्षा GEO संचार रॉकेट कक्षीय यांत्रिकी विराट कोहली ODI क्रिकेट भारतीय क्रिकेट क्रिकेटर खेल यूरेनियम-235 नाभिकीय विखंडन समस्थानिक ऊर्जा स्रोत पोलिस नगर-राज्य एथेंस स्पार्टा अमर्त्य सेन भारतीय विजेता कल्याणकारी अर्थशास्त्र नोबेल लॉरिएट विकास अर्थशास्त्र ग्रीनहाउस प्रभाव प्रदूषण DRDO रक्षा अनुसंधान और विकास संगठन IGMDP पृथ्वी मिसाइल मिसाइल मैन ए.पी.जे. अब्दुल कलाम भारत की रक्षा आत्मनिर्भर भारत खाड़ियाँ मेक्सिको की खाड़ी बंगाल की खाड़ी फ़ारसी खाड़ी हडसन खाड़ी समुद्री भूगोल विश्व भूगोल जलीय निकाय जूट सुनहरा रेशा फसल उत्पादन फाइबर नकदी फसल अंतर्राष्ट्रीय संबंध चार्टर सैन फ्रांसिस्को महासचिव जीन एडिटिंग जैव प्रौद्योगिकी वैज्ञानिक खोज भारत के मुख्य न्यायाधीश सेवानिवृत्ति आयु रोस्टर का मास्टर मृदा विज्ञान काली मिट्टी रेगुर मिट्टी मिट्टी के प्रकार भारत का भूगोल दक्कन का पठार कपास विधायिका हाइड्रोपोनिक्स मिट्टी रहित खेती शहरी खेती भविष्य की कृषि भारतीय मुद्रा सिक्के रुपया शेरशाह सूरी मध्यकालीन भारत ब्रिटिश राज स्वतंत्रता के बाद मुद्रा किले महल आमेर किला राजपूत मुगल विरासत राजा मान सिंह प्रथम राज्य के नीति निदेशक तत्व DPSP भाग IV कल्याणकारी राज्य भारत का शासन वेद अथर्ववेद सामवेद यजुर्वेद कॉस्मिक किरणें विक्टर हेस खगोल भौतिकी कण भौतिकी सुपरनोवा विकिरण भूस्खलन बृहत् संचलन विसर्पण प्राकृतिक आपदा मिट्टी का कटाव ढलान स्थिरता ओजोन परत विश्व ओजोन दिवस मॉन्ट्रियल प्रोटोकॉल UNEP UV विकिरण समताप मंडल रिवर्स रेपो दर तरलता प्रबंधन मुद्रास्फीति नियंत्रण आर्थिक नीति बैंकिंग जीनोम अनुक्रमण मानव जीनोम परियोजना व्यक्तिगत चिकित्सा NGS अंतर्राष्ट्रीय कूटनीति G20 G7 शिखर सम्मेलन शेरपा बहुपक्षीय मंच वैश्विक शासन संयुक्त राष्ट्र सम्मेलन CBD पारिस्थितिकी अंतर्राष्ट्रीय समझौते प्राचीन विश्व आधुनिक विश्व स्मारक मानव निर्मित चमत्कार मिस्र विलय और अधिग्रहण कॉर्पोरेट लेनदेन वित्तीय बाजार ज्ञानपीठ पुरस्कार आशापूर्णा देवी बंगाली साहित्य महिला साहित्यकार भारतीय साहित्य उपन्यासकार प्रथम प्रतिश्रुति दूरसंचार वायरलेस तकनीक इंटरनेट ऑफ थिंग्स बैंडविड्थ IoT स्मार्ट टेक्नोलॉजी कनेक्टेड डिवाइस डेटा ऑटोमेशन डिजिटल परिवर्तन एन्ट्रॉपी ऊष्मागतिकी के नियम परमाणु रिएक्टर नियंत्रण छड़ें न्यूट्रॉन सुरक्षा स्वच्छ ऊर्जा धोलावीरा जल प्रबंधन पुरातात्विक स्थल यूनेस्को वित्तीय अपराध भारत का कानून अधिनियम राजवंश श्रीगुप्त स्वर्ण युग समुद्रगुप्त चंद्रगुप्त द्वितीय सेंसर कनेक्टिविटी उद्योग 4.0 एआई स्मार्ट होम स्मार्ट सिटीज़ व्यपगत का सिद्धांत भारत का इतिहास 1857 का विद्रोह रियासतें साम्राज्यवादी नीति विलय नीति ऑस्कर अकादमी पुरस्कार विंग्स हॉलीवुड विश्व सिनेमा मूक फिल्म सिनेमा इतिहास प्रथम विश्व युद्ध विलियम ए. वेलमैन भारत रत्न नागरिक सम्मान खान अब्दुल गफ्फार खान सीमांत गांधी राष्ट्रीय पुरस्कार भारतीय वास्तुकला सांस्कृतिक विरासत यूनेस्को विश्व धरोहर राष्ट्रीय प्रतीक राष्ट्रीय ध्वज अशोक स्तंभ राष्ट्रीय गान भारतीय त्योहार धार्मिक महत्व कृषि पर्व सामाजिक एकता लोक नृत्य राज्यवार नृत्य भारतीय कला भारत पर्यटन हिमालयी पर्यटन प्राकृतिक सौंदर्य तीर्थस्थल साहसिक पर्यटन चट्टानें आग्नेय चट्टानें अवसादी चट्टानें रूपांतरित चट्टानें पृथ्वी भूवैज्ञानिक प्रक्रियाएँ चट्टान चक्र प्रधान मंत्री संसदीय प्रणाली अनुच्छेद 75 कार्यपालिका परिशुद्ध कृषि स्मार्ट फार्मिंग कृषि नवाचार किसानों की आय जल संरक्षण उर्वरक प्रबंधन डेटा-संचालित कृषि गौतम बुद्ध सिद्धार्थ विश्व धर्म दर्शन निर्वाण अष्टांगिक मार्ग चार आर्य सत्य भारत की पहचान एकता और विविधता संवैधानिक आदर्श राजस्थान पर्यटन ऐतिहासिक स्मारक अतीत का महत्व भारतीय पर्यटन स्थानीय अर्थव्यवस्था विरासत संरक्षण इसरो अंतरिक्ष कार्यक्रम आत्मनिर्भरता सामाजिक विकास परंपराएँ अध्यात्म सामाजिक सद्भाव प्रकृति अशोक चक्र सारनाथ स्तंभ भारतीय प्रतीक तिरंगा मूल्य एकता पहचान सत्यमेव जयते नीति निदेशक सिद्धांत स्वतंत्र न्यायपालिका कंचनजंघा पुरस्कार विजेता भारतीय रेल विद्युतीकरण फ्रेट कॉरिडोर आधुनिकीकरण स्थायी विकास चंद्रयान-3 चंद्रमा सॉफ्ट लैंडिंग गौरव लाल किला मुगल वास्तुकला दिल्ली मंगलयान मंगल मिशन PSLV भारतीय रेलवे वंदे भारत समर्पित माल ढुलाई गलियारा भारतीय पहचान जन गण मन विश्व धरोहर भारतीय विरासत एएसआई भारतीय नदियाँ गंगा नदी नदी संरक्षण राष्ट्रीय पहचान गणतंत्र दिवस पूर्ण स्वराज राष्ट्रीय पर्व धार्मिक पर्व भारत की संस्कृति प्राचीन स्मारक सांस्कृतिक धरोहर भारत के राष्ट्रीय प्रतीक राष्ट्रीय एकता प्रतीकात्मक महत्व भारत के दिवस सामाजिक जागरूकता ऐतिहासिक स्मरण यूनेस्को विश्व धरोहर स्थल सांस्कृतिक स्थल प्राकृतिक स्थल स्थापत्य कला भारतीय अंतरिक्ष कार्यक्रम चंद्रयान प्रक्षेपण यान सांस्कृतिक महत्व विविधता सामाजिक सौहार्द विश्व विरासत सांस्कृतिक संरक्षण भारत छोड़ो आंदोलन महात्मा गांधी स्वतंत्रता संग्राम 7 अप्रैल वित्तीय प्रबंधन संसदीय प्रक्रिया भौतिक विज्ञान क्वांटम यांत्रिकी अनिश्चितता सिद्धांत वर्नर हाइजेनबर्ग क्वांटम भौतिकी अस्तित्ववाद जीन-पॉल सार्त्र अल्बर्ट कैमुस सिमोने द बोवोयर दर्शनशास्त्र 20वीं सदी का दर्शन WWW वेब विकास जोहान सेबेस्टियन बाख बैरोक संगीत कीबोर्ड यंत्र ऑर्गन हार्पसीकोर्ड संगीत का इतिहास अनुच्छेद 370 जम्मू और कश्मीर राजनीति विशेष दर्जा 5 अगस्त 2019 साइबर सुरक्षा फ़िशिंग सुरक्षा उपाय डेटा सुरक्षा ऑनलाइन सुरक्षा नियुक्ति ARPANET कंप्यूटर नेटवर्किंग टेक्नोलॉजी सापेक्षता आइंस्टाइन वैज्ञानिक सिद्धांत विज्ञान के सिद्धांत महासभा विश्व शांति इलेक्ट्रिक वाहन सरकारी नीतियाँ विश्व प्रेस स्वतंत्रता दिवस प्रेस स्वतंत्रता पत्रकारिता मीडिया स्वास्थ्य नीति नदियाँ नील नदी अमेज़ॅन नदी यांग्त्ज़े नदी मिसिसिपी नदी युद्ध मुगल साम्राज्य ब्रिटिश साम्राज्य सैन्य योगदान भारतीय भाषाएँ भाषा-परिवार भाषा-समूह जानवर स्तनधारी चुनौतियाँ योजना आयोग नीति आयोग राजनीतिक अर्थव्यवस्था अधिकार प्रस्तावना गणराज्य आदर्श शहर आकार मत्स्य पालन जल प्रदूषण लुप्तप्राय प्रजातियाँ वन्यजीव संरक्षण असमानता नीति हीनयान महायान संप्रदाय गांधीजी अहिंसा सत्याग्रह भौगोलिक विविधता मरुस्थल तट जलग्रहण क्षेत्र मैदान भौतिक भूगोल गंगा मैदान थार रेगिस्तान तटरेखा भू-आकृतियाँ CFCs पर्यावरण प्रदूषण पराबैंगनी विकिरण स्टेम सेल थेरेपी भ्रूणीय स्टेम सेल वयस्क स्टेम सेल प्लास्टिसिटी हड़प्पा हरित क्रांति उर्वरक यूरिया तकनीकी टर्बाइन बैटरी ऊर्जा भंडारण लिथियम-आयन लीड-एसिड