भारत के राष्ट्रीय प्रतीक देश की पहचान और मूल्यों को दर्शाते हैं, जो इसकी समृद्ध विरासत और विविधता का प्रतिनिधित्व करते हैं। इनमें राष्ट्रीय ध्वज (तिरंगा), राष्ट्रीय चिह्न (अशोक की लाट), राष्ट्रीय गान (जन गण मन) और राष्ट्रीय गीत (वंदे मातरम) प्रमुख हैं, जिन्हें 1947 से 1950 के बीच अपनाया गया था। इनके अतिरिक्त, बाघ, मोर, कमल, बरगद, गंगा नदी और गंगा डॉल्फिन जैसे प्रतीक भी देश की प्रकृति और संस्कृति का अभिन्न अंग हैं, जिन्हें विभिन्न समय पर आधिकारिक मान्यता मिली है।
भारत के राष्ट्रीय प्रतीक राष्ट्र की पहचान, संप्रभुता और साझा मूल्यों के प्रतीक हैं, जो देश के गौरवशाली इतिहास, विविध संस्कृति और संवैधानिक आदर्शों को दर्शाते हैं। इन प्रतीकों का चयन भारत की एकता, शांति, सत्य और प्रकृति के प्रति सम्मान जैसे मूलभूत सिद्धांतों को प्रतिबिंबित करने के लिए किया गया है। राष्ट्रीय ध्वज, अशोक स्तंभ, राष्ट्रीय गान, राष्ट्रीय पशु, पक्षी और पुष्प जैसे प्रतीक सामूहिक रूप से राष्ट्रीयता की भावना को मजबूत करते हुए देश की अनूठी पहचान को विश्व पटल पर प्रस्तुत करते हैं।
भारत के राष्ट्रीय प्रतीक देश की समृद्ध विरासत, सांस्कृतिक विविधता और संवैधानिक आदर्शों को दर्शाने वाले गहन सिद्धांतों पर आधारित हैं। ये प्रतीक सत्य, न्याय, एकता, शांति, प्रगति और पर्यावरणीय संरक्षण जैसे मूलभूत मूल्यों को समाहित करते हैं। राष्ट्रीय ध्वज, प्रतीक, गान और गीत के साथ-साथ राष्ट्रीय पशु, पक्षी, फूल आदि भारत की पहचान को मजबूत करते हुए भारतीयों को अपनी साझा विरासत पर गर्व करने के लिए प्रेरित करते हैं।
भारत के राष्ट्रीय प्रतीक देश की गौरवशाली विरासत, संवैधानिक आदर्शों और भविष्य की आकांक्षाओं को गहराई से समाहित करते हैं। राष्ट्रीय ध्वज, अशोक स्तंभ, राष्ट्रीय गान और अन्य प्रतीक जैसे बाघ, मोर व कमल, भारत की विविधता में एकता, शक्ति, शांति और नैतिक मूल्यों को दर्शाते हैं। ये प्रतीक सामूहिक रूप से राष्ट्रीय पहचान को मजबूत करते हैं और नागरिकों में गर्व तथा एकजुटता की भावना को बढ़ावा देते हैं, जो एक प्रगतिशील और एकीकृत भारत के निर्माण में सहायक हैं।
भारत के राष्ट्रीय प्रतीक देश की पहचान, मूल्यों और आकांक्षाओं का प्रतिनिधित्व करते हैं, जो इसकी विविध संस्कृति, इतिहास और प्राकृतिक संपदा को दर्शाते हैं। ये प्रतीक, जैसे कि अशोक स्तंभ, राष्ट्रीय ध्वज, बाघ, मोर और कमल, क्रमशः शक्ति, बलिदान, पवित्रता और सुंदरता जैसे राष्ट्रीय मूल्यों और विशेषताओं को उजागर करते हैं। सामूहिक रूप से, वे भारत की एकता, संप्रभुता और प्रगतिशील आदर्शों का संदेश देते हैं, जो 'सत्यमेव जयते' जैसे आदर्श वाक्यों में निहित हैं।
भारतीय राष्ट्रीय प्रतीक देश की पहचान, मूल्यों और विरासत को दर्शाते हुए एकता, संप्रभुता और गौरव का प्रतिनिधित्व करते हैं। इनमें सारनाथ के अशोक स्तंभ से लिया गया राजकीय प्रतीक, पिंगली वेंकय्या द्वारा डिज़ाइन किया गया राष्ट्रीय ध्वज 'तिरंगा', रवींद्रनाथ टैगोर द्वारा रचित राष्ट्रीय गान 'जन गण मन', और बंकिमचंद्र चटर्जी का राष्ट्रीय गीत 'वंदे मातरम' प्रमुख हैं। इसके अतिरिक्त, बाघ, मोर, कमल, बरगद, आम और गंगा जैसी प्राकृतिक और सांस्कृतिक धरोहरें भी भारत के राष्ट्रीय प्रतीक हैं, जो देश की विविधता में एकता को प्रदर्शित करती हैं।
भारत के राष्ट्रीय प्रतीक देश की पहचान, गरिमा और सामूहिक भावना का प्रतिनिधित्व करते हैं, जो इसकी सांस्कृतिक जड़ों और ऐतिहासिक विरासत को अभिव्यक्त करते हैं। इनमें राष्ट्रीय ध्वज तिरंगा, अशोक स्तंभ और राष्ट्रीय गान 'जन गण मन' जैसे प्रमुख प्रतीक भारत के आदर्शों जैसे त्याग, शांति, सत्य, न्याय और विविधता में एकता को दर्शाते हैं। बाघ, मोर, कमल, बरगद और गंगा जैसी अन्य राष्ट्रीय पहचानें शक्ति, सुंदरता, पवित्रता और दीर्घायु जैसे गुणों का प्रतीक हैं, जो सामूहिक रूप से राष्ट्रीय गौरव और एकता को बढ़ावा देते हैं।