हाइजेनबर्ग का अनिश्चितता सिद्धांत क्वांटम यांत्रिकी का एक आधारभूत सिद्धांत है जो बताता है कि किसी कण की स्थिति और संवेग को एक साथ सटीकता से नहीं मापा जा सकता। यह सिद्धांत कणों की अंतर्निहित प्रकृति को दर्शाता है, न कि मापन की सीमाओं को। यह क्वांटम क्षेत्र सिद्धांत और अन्य उन्नत सिद्धांतों के विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। अनिश्चितता सिद्धांत ने भौतिकी और दर्शन दोनों में क्रांति ला दी है, और यह हमें ब्रह्मांड की प्रकृति और हमारे ज्ञान की सीमाओं के बारे में सोचने पर मजबूर करता है।