भारतीय संविधान को अक्सर दुनिया के सबसे विस्तृत और लंबे लिखित संविधानों में से एक माना जाता है। इस विशेषता का प्राथमिक कारण क्या है?
- इसमें प्रत्येक नागरिक के लिए मौलिक कर्तव्यों का विस्तृत विवरण दिया गया है।
- यह विभिन्न देशों से उधार ली गई अवधारणाओं का एक संग्रह है।
- इसमें केंद्र और राज्य सरकारों दोनों के लिए व्यापक प्रशासनिक और संवैधानिक प्रावधान शामिल हैं।
- इसे कई संविधान सभाओं द्वारा विभिन्न चरणों में बनाया गया था।
Helpful Information:
भारतीय संविधान को दुनिया का सबसे लंबा लिखित संविधान माना जाता है क्योंकि इसमें न केवल केंद्र सरकार बल्कि राज्य सरकारों के लिए भी विस्तृत प्रावधान शामिल हैं। इसमें मौलिक अधिकार, राज्य के नीति निदेशक तत्व, मौलिक कर्तव्य, आपातकालीन प्रावधान, अनुसूचित जाति, जनजाति और अन्य पिछड़े वर्गों के लिए विशेष प्रावधान, और विभिन्न संवैधानिक निकायों जैसे निर्वाचन आयोग, संघ लोक सेवा आयोग आदि के गठन और कार्यों का विस्तृत वर्णन है। यह भारत जैसे विशाल और विविध देश की जटिलताओं को समायोजित करने के लिए बनाया गया है।