भारत में प्रत्यक्ष विदेशी निवेश (FDI) से क्या लाभ होते हैं?
- विदेशी कंपनियों का वर्चस्व और घरेलू उद्योगों को नुकसान
- रोजगार के अवसरों में कमी
- देश में पूँजी की कमी
- प्रौद्योगिकी हस्तांतरण और आर्थिक विकास
Helpful Information:
प्रत्यक्ष विदेशी निवेश (FDI) से भारत को कई लाभ होते हैं, जैसे कि नये रोजगार के अवसरों का सृजन, आधुनिक प्रौद्योगिकी का हस्तांतरण, अर्थव्यवस्था में वृद्धि, विदेशी मुद्रा भंडार में वृद्धि, और प्रतिस्पर्धा में वृद्धि। हालांकि, FDI के कुछ नकारात्मक पहलू भी हो सकते हैं, जैसे कि घरेलू उद्योगों पर प्रभाव और पर्यावरणीय चिंताएँ, जिन पर ध्यान देने की आवश्यकता है। सरकार FDI नीतियों को इस प्रकार से बनाती है कि लाभ अधिकतम हों और नकारात्मक प्रभावों को कम से कम किया जा सके।