1905 में बंगाल विभाजन के बाद, स्वदेशी आंदोलन का नेतृत्व मुख्य रूप से किन दो नेताओं ने किया था?
- गोपाल कृष्ण गोखले और सुरेंद्रनाथ बनर्जी
- सरदार वल्लभभाई पटेल और मौलाना अबुल कलाम आजाद
- बाल गंगाधर तिलक और लाला लाजपत राय
- महात्मा गांधी और जवाहरलाल नेहरू
Helpful Information:
1905 में लॉर्ड कर्जन द्वारा बंगाल के विभाजन की घोषणा के बाद, स्वदेशी आंदोलन पूरे देश में फैल गया। इस आंदोलन में विदेशी वस्तुओं का बहिष्कार और भारतीय उत्पादों के उपयोग पर जोर दिया गया। बाल गंगाधर तिलक, लाला लाजपत राय, बिपिन चंद्र पाल (जिन्हें 'लाल-बाल-पाल' के नाम से जाना जाता है) जैसे नेताओं ने इस आंदोलन को आगे बढ़ाया। सुरेंद्रनाथ बनर्जी एक प्रमुख राष्ट्रवादी नेता थे जिन्होंने स्वदेशी आंदोलन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी, खासकर बंगाल में। गोपाल कृष्ण गोखले, जो महात्मा गांधी के राजनीतिक गुरु भी थे, स्वदेशी आंदोलन के एक प्रमुख समर्थक थे और उन्होंने इसके प्रसार में योगदान दिया।