Answer: सोवियत संघ (अब रूस)
अंतरिक्ष युग की शुरुआत 20वीं सदी के मध्य में हुई, और मानव को अंतरिक्ष में भेजने की दौड़ में कई देशों ने भाग लिया। इस दौड़ में सोवियत संघ और संयुक्त राज्य अमेरिका प्रमुख प्रतिद्वंद्वी थे। अंतरिक्ष अन्वेषण के क्षेत्र में सोवियत संघ ने कई ऐतिहासिक उपलब्धियाँ हासिल कीं, जिनमें से एक थी मानव को पहली बार अंतरिक्ष में भेजना। यह मानव जाति के लिए एक अत्यंत महत्वपूर्ण क्षण था, जिसने ब्रह्मांड के प्रति हमारी समझ और पहुँच को अभूतपूर्व रूप से बढ़ाया।
सोवियत संघ का पहला मानवयुक्त अंतरिक्ष मिशन 'वोस्तोक 1' (Vostok 1) था, जो 12 अप्रैल 1961 को लॉन्च किया गया था। इस मिशन के पायलट यूरी गगारिन थे, जो एक सोवियत वायु सेना के पायलट थे। गगारिन ने वोस्तोक 1 अंतरिक्ष यान में पृथ्वी की एक पूरी परिक्रमा पूरी की। यह मिशन लगभग 108 मिनट तक चला और इसने पृथ्वी के चारों ओर सफलतापूर्वक चक्कर लगाया। गगारिन अंतरिक्ष में जाने वाले पहले इंसान और पृथ्वी का चक्कर लगाने वाले पहले इंसान बन गए।
यूरी गगारिन का जन्म 9 मार्च 1934 को सोवियत संघ के क्लूशिनो गांव में हुआ था। उन्होंने खिमकी में एक व्यावसायिक स्कूल से स्नातक की उपाधि प्राप्त की और फिर सैन्य उड्डयन स्कूल में दाखिला लिया। अंतरिक्ष यात्री के रूप में उनका चयन उनकी असाधारण प्रतिभा, शारीरिक फिटनेस और मानसिक दृढ़ता का प्रमाण था। गगारिन का चयन अंतरिक्ष यात्रियों के पहले समूह में हुआ था, जिसे 'गगारिन के सिक्स' के नाम से भी जाना जाता है।
वोस्तोक 1 मिशन की सफलता सोवियत अंतरिक्ष कार्यक्रम के लिए एक बड़ी जीत थी। इसने सोवियत संघ को अंतरिक्ष दौड़ में संयुक्त राज्य अमेरिका से आगे कर दिया और शीत युद्ध के दौरान एक महत्वपूर्ण मनोवैज्ञानिक जीत हासिल की। गगारिन एक राष्ट्रीय नायक बन गए और दुनिया भर में उनकी प्रशंसा हुई। उनकी यात्रा ने लाखों लोगों को प्रेरित किया और विज्ञान तथा इंजीनियरिंग के क्षेत्र में आगे बढ़ने के लिए प्रोत्साहित किया।
सोवियत संघ ने अंतरिक्ष अन्वेषण में और भी कई महत्वपूर्ण कदम उठाए। उन्होंने 1957 में स्पुतनिक 1 (Sputnik 1) को लॉन्च करके पहला कृत्रिम उपग्रह अंतरिक्ष में भेजा था। इसके बाद, उन्होंने 1960 में बायकाॅनूर कोस्मोड्रोम (Baikonur Cosmodrome) से पहला जीवित प्राणी, लाइका (Laika) नामक कुत्ता, अंतरिक्ष में भेजा। इन उपलब्धियों ने अंतरिक्ष की खोज के लिए मंच तैयार किया।
यूरी गगारिन के मिशन के बाद, सोवियत संघ ने वोस्तोक कार्यक्रम के तहत और भी कई मानवयुक्त उड़ानें भरीं। 1963 में, वेलेन्टीना तेरेश्कोवा (Valentina Tereshkova) अंतरिक्ष में जाने वाली पहली महिला बनीं। 1965 में, एलेक्सी लियोनोव (Alexei Leonov) ने अंतरिक्ष में पहली स्पेसवॉक (spacewalk) की। ये सभी उपलब्धियाँ सोवियत वैज्ञानिक और तकनीकी कौशल का प्रदर्शन थीं।
संयुक्त राज्य अमेरिका ने भी अंतरिक्ष दौड़ में कड़ी प्रतिस्पर्धा की। उन्होंने अपना पहला मानवयुक्त मिशन, 'मर्करी-रेडस्टोन 3' (Mercury-Redstone 3), 5 मई 1961 को लॉन्च किया, जिसमें एलन शेपर्ड (Alan Shepard) अंतरिक्ष में गए। हालांकि, गगारिन की उड़ान पहले हुई थी, जिसने उन्हें ऐतिहासिक उपलब्धि दिलाई। अमेरिकी अंतरिक्ष कार्यक्रम का अंतिम लक्ष्य चंद्रमा पर मानव को उतारना था, जो उन्होंने 1969 में अपोलो 11 (Apollo 11) मिशन के माध्यम से हासिल किया।
अंतरिक्ष में मानव भेजने की सोवियत संघ की सफलता ने अंतरिक्ष अन्वेषण की नई संभावनाओं को खोला। इसने अंतरराष्ट्रीय सहयोग और प्रतिस्पर्धा दोनों को बढ़ावा दिया। गगारिन की यात्रा ने न केवल विज्ञान और प्रौद्योगिकी के विकास को गति दी, बल्कि इसने मानव जाति की अदम्य भावना और अज्ञात की खोज की प्यास को भी दर्शाया। यह क्षण एक पीढ़ी के लिए प्रेरणा का स्रोत बना और आज भी मानव की अंतरिक्ष यात्रा की कहानियों में एक मील का पत्थर माना जाता है।
आज, अंतरिक्ष अन्वेषण एक अंतरराष्ट्रीय प्रयास बन गया है, जिसमें कई देश मिलकर काम कर रहे हैं। अंतर्राष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन (International Space Station - ISS) इसका एक प्रमुख उदाहरण है, जहाँ विभिन्न देशों के अंतरिक्ष यात्री एक साथ रहते और काम करते हैं। लेकिन इस सब की शुरुआत सोवियत संघ द्वारा की गई उस साहसिक उड़ान से हुई, जिसने मानव को पहली बार सितारों के बीच पहुँचाया। क्या आप जानते हैं कि अंतरिक्ष में जाने वाले पहले व्यक्ति के बाद, कौन सी अन्य महत्वपूर्ण 'प्रथम' उपलब्धियाँ हासिल की गईं?