Answer: ARPANET को आधुनिक इंटरनेट का पूर्वज माना जाता है। यह पहला व्यापक पैमाने पर इस्तेमाल किया जाने वाला पैकेट स्विचिंग नेटवर्क था जिसने विभिन्न कंप्यूटरों को आपस में जोड़ने का रास्ता दिखाया और इंटरनेट के मूलभूत ढांचे का निर्माण किया।
आधुनिक युग में इंटरनेट एक ऐसा माध्यम बन गया है जो हमारे जीवन के लगभग हर पहलू को प्रभावित करता है। लेकिन क्या आप जानते हैं कि यह विशाल नेटवर्क कैसे बना और किसने इसकी नींव रखी? इस कहानी का आरंभ अमेरिका के रक्षा मंत्रालय से होता है, ठंडे युद्ध के दौर में जब संचार प्रणाली को सुरक्षित और विश्वसनीय बनाने की आवश्यकता सबसे अधिक महसूस की जा रही थी।
1960 के दशक के अंत में, अमेरिकी रक्षा अनुसंधान परियोजना एजेंसी (ARPA) ने एक ऐसे नेटवर्क के विकास का कार्यभार उठाया जो विश्वसनीय और विकेंद्रीकृत हो। यदि किसी एक बिंदु पर समस्या आती है तो भी पूरा सिस्टम काम करता रहे, यह मुख्य लक्ष्य था। इस परियोजना का नाम था ARPANET (Advanced Research Projects Agency Network)। यह एक क्रांतिकारी विचार था, जिसने पैकेट स्विचिंग तकनीक का प्रयोग किया। इस तकनीक में डेटा को छोटे-छोटे पैकेट में तोड़कर, विभिन्न मार्गों से गंतव्य तक पहुँचाया जाता था। इससे नेटवर्क की विश्वसनीयता और लचीलापन बढ़ गया।
1969 में, ARPANET का पहला नोड कैलिफोर्निया विश्वविद्यालय, लॉस एंजिल्स (UCLA) में स्थापित किया गया था। धीरे-धीरे, अन्य विश्वविद्यालयों और अनुसंधान केंद्रों को भी इस नेटवर्क से जोड़ा गया। शुरुआती दिनों में, संचार की गति बहुत धीमी थी और तकनीकी समस्याएं आम थीं। लेकिन ARPANET एक महत्वपूर्ण प्रमाण बन गया कि एक व्यापक, विकेंद्रीकृत नेटवर्क संभव है।
ARPANET के विकास में कई वैज्ञानिकों और इंजीनियरों का योगदान रहा है, जिनमें पॉल बैरन, विंट सरफ़, रॉबर्ट काहन, और वी. ए. विंट शामिल हैं। इन लोगों ने विभिन्न तकनीकों और प्रोटोकॉल्स का विकास किया जो ARPANET के संचालन के लिए आवश्यक थे। इनमें से TCP/IP (Transmission Control Protocol/Internet Protocol) सबसे महत्वपूर्ण है, जो आज भी इंटरनेट के संचालन का आधार है।
1970 के दशक में, ARPANET का विस्तार हुआ और इसमें कई नए नोड शामिल हुए। इसके साथ ही, ARPANET से अलग-अलग नेटवर्क भी विकसित हुए, जैसे कि CSNET (Computer Science Network) और NSFNET (National Science Foundation Network)। इन नेटवर्क के आपस में जुड़ने से इंटरनेट का निर्माण हुआ।
1980 के दशक तक, ARPANET ने अपनी प्रौद्योगिकी का विकास करके दुनिया के विभिन्न देशों के शैक्षणिक और शोध संस्थानों को आपस में जोड़ना शुरू कर दिया था। इसके बाद, वाणिज्यिक उपयोग के लिए इंटरनेट का विकास आरंभ हुआ और धीरे-धीरे यह आम लोगों तक पहुँचने लगा। वर्ल्ड वाइड वेब (WWW) के आगमन ने इंटरनेट को और भी लोकप्रिय बना दिया, जिससे जानकारी का आदान-प्रदान आसान और सुलभ हो गया।
आज, इंटरनेट एक वैश्विक नेटवर्क है जो अरबों कंप्यूटरों और उपकरणों को आपस में जोड़ता है। यह संचार, सूचना, और मनोरंजन का एक महत्वपूर्ण माध्यम बन गया है। लेकिन यह यात्रा ARPANET से शुरू हुई थी, एक प्रयोगात्मक नेटवर्क से जिसने आधुनिक इंटरनेट की नींव रखी। इस क्रांति के मूल में वैज्ञानिकों और इंजीनियरों की दूरदर्शिता और अथक प्रयास निहित थे।
ARPANET की सफलता ने न केवल इंटरनेट के विकास को गति दी, बल्कि विकेंद्रीकृत नेटवर्किंग के सिद्धांत को भी स्थापित किया, जिसका प्रभाव आज भी विभिन्न तकनीकों पर देखा जा सकता है। आगे चलकर, क्या इसी तरह की कोई क्रांतिकारी तकनीक इंटरनेट के विकास को और बदल देगी?